शायरी संग्रह, सजल

आजाद अश’आर

कि जो इंसाफ़ से नहीं  मिलता। किसी के बाप  से नहीं मिलता। त’अल्लुक़  ईश्क  का ज़माने में, मिरे  हालात  से  […]