टूटकर जब कोई बिखरता है।
देर तक आसमां बरसता है। टूटकर जब कोई बिखरता है। आ भी जाओ तुम्हें कसम मेरी, […]
देर तक आसमां बरसता है। टूटकर जब कोई बिखरता है। आ भी जाओ तुम्हें कसम मेरी, […]
जब कोई भी सताने लगे। वो हमे याद आने लगे। आपको दिल दिया रहने को, आप
जिसको समझा वहीं नहीं लगता। कोई अपना कहीं नहीं लगता। सिर्फ़ अब है जहाँ-तहाँ साया, आदमी आदमी नहीं
तेरी मर्ज़ी है तेरी रज़ा है। मैं वहीं हूँ जो तू चाहता है। तेरे ही चाहने से है
जब भी कोई रिश्ता निभाने को मिला। हर शख़्स मुझको आज़माने को मिला। वो सबसे सस्ती चीज़ जो
वफ़ा की राह कठिन है वहाँ न जाना तुम। कभी किसी से मेरे दिल न दिल लगाना तुम। जिधर भी
तुमने देखा है कहीं भी एक हीं जैसा किसी को। कब बदल दे कौन जाने है यहाँ पैसा किसी
सोचते थे कि सदा उस को जवाँ देखेंगे। उसकी आँखों में सजा के दो जहाँ देखेंगे। देखते थे
आज फिर से वो याद आया है। नाम उसका लबों पे आया है। जिस को अपना समझ
कौन जीता है यहाँ अब ज़िंदगी को। यह तरक़्की खा गई है इस सदी को। सब मशीनी कारवाई