कहानियां.

परमार्थ

आप दूसरे की मदद तभी कर सकते हैं जब आपके अंदर परमार्थ की भावना जन्म ले,मेरे खयाल में परमार्थ करना

कहानियां.

नगमा ए जिंदगी

  पार्वती की घनिष्ठ मित्र मीनाक्षी ने एक दिन उनसे कहा,पारो!चलो…एक साहित्यिक गोष्ठी में चलते हैं,तुम्हारा मन बदल जाएगा। बच्चे

छंद

सीधी डगर पिया के घर की

सीधी   डग र  पिया   के  घर  कीजोड़   दिए  तुम  मोड़   डगर  में।भ्रम का तन भटकन का अचकनपहन लिए  तुम  सरल 

कहानियां.

बेटी

“शोभा बिटिया!.कब आई ससुराल से?”दो घर छोड़कर पड़ोस में रहने वाले कुंती काकी ने दरवाजे पर कदम रखते ही सामने