माँ
तूफ़ाँ आए ज़िंदगी में मुझे कोई ग़म नहीं, माँ की दुआ काफ़ी है ता-उम्र मेरे लिए। मैंने जब से जाना […]
तूफ़ाँ आए ज़िंदगी में मुझे कोई ग़म नहीं, माँ की दुआ काफ़ी है ता-उम्र मेरे लिए। मैंने जब से जाना […]
प्यार के ख़ुमार की पुकार भी चली गई। चैन दिल के लूट के तू यार भी चली गई।
मत पूछ दूर मुझ से हो के किधर गया है। मत पूछ दूर मुझ से हो के किधर
ओ कलि कुसुम के भँवरे! क्यूँ भूल गया तू एक नहीं? तू जिस फूल पे है उस पर निश्चित
हँसाती नहीं भी रुलाती नहीं। वफ़ा की लगी दूर जाती नहीं। मेरे यार किस्सा ये