हर शख़्स मुझको आज़माने को मिला।
जब भी कोई रिश्ता निभाने को मिला। हर शख़्स मुझको आज़माने को मिला। वो सबसे सस्ती चीज़ जो […]
जब भी कोई रिश्ता निभाने को मिला। हर शख़्स मुझको आज़माने को मिला। वो सबसे सस्ती चीज़ जो […]
वफ़ा की राह कठिन है वहाँ न जाना तुम। कभी किसी से मेरे दिल न दिल लगाना तुम। जिधर भी
तुमने देखा है कहीं भी एक हीं जैसा किसी को। कब बदल दे कौन जाने है यहाँ पैसा किसी
सोचते थे कि सदा उस को जवाँ देखेंगे। उसकी आँखों में सजा के दो जहाँ देखेंगे। देखते थे
आज फिर से वो याद आया है। नाम उसका लबों पे आया है। जिस को अपना समझ
कौन जीता है यहाँ अब ज़िंदगी को। यह तरक़्की खा गई है इस सदी को। सब मशीनी कारवाई
भूख से सब खा रहे हैं आग में सूरज डुबो कर। हम ज़मी पे आ गए हैं आसमां सें
जिस’का डर था बस वही लगने लगा। तू मुझे फिर अजनबी लगने लगा। हम अलग इतना लगे रहने कि फिर,
यही है सच तिरा हो भी नहीं सकता। सितम है क्या तुझे खो भी नहीं सकता। किसी की याद अब
नैन से नैन का ख़ुलासा है। सब पता चल गया तू प्यासा है। एक दिन साफ़ सब हो जाएगा, जिस्म