सफल होने के लिए क्या करे?

लोग तो बस मजा लेते हैं, तुमने देखा! तुम अपने ही घर किसी कारण से झगड़ते हो तो कितने लोग तमाशा देखने को इकट्ठा हो जाते हैं। लेकिन जब तुम्हे किसी की जरूरत होगी तो कोई दिखाई भी नहीं देगा।
चाणक्य कहते हैं, यह दुनिया उसी के काम आती है जो दुनिया के काम लायक हो। यहाँ घोड़े वाले को घोड़ा मिलता है हाथी वाले को हाँथी मिलता है। लेकिन एक गरीब पे लोग बस तरस ही खा सकते हैं और कुछ नहीं कर सकते।
यह दुनिया उसी की है जो सामर्थ्यवान है।
एक समय की बात है जब चंद्रगुप्त निराश बैठे थे, तब चाणक्य ने उनसे निराशा का कारण पूछा।
चंद्रगुप्त ने कहा,’गुरुवर! मेरे जीवन में इतनी हादसाएँ हो चुकि हैं कि अब किसी पे भरोसा नहीं होता। ऐसा लगता है इस संसार में सिर्फ मक्कार और झूठे लोग ही भरे पड़े हैं।
समझ नहीं आता कि किस पर भरोसा करूँ और किसके सहारे यूद्ध लड़ू।
चाणक्य ने कहा, संसार में जब कोई भी भरोसा करने लायक ना लगे तो परमात्मा पे भरोसा करना। तुम क्यूँ भूल जाते हो कि संसार में सिर्फ लोग नहीं परमात्मा भी है, और एक वही है जिस पर आँख मूंदकर भरोसा किया जा सकता है।
और हे चंद्रगुप्त! जब तुम्हे लगे कि अब कोई नहीं जिसके सहारे जीवन पथ पे आगे बढ़ा जाये तो तुम धैर्य का सहारा लेना। जो व्यक्ति धैर्यवान नहीं है वो जीवन में कुछ नहीं कर सकता। आईए जानते हैं चाणक्य के वो पाँच सूत्र जो चाणक्य ने चंद्रगुप्त को दिये थे। लाईफ में सफल होना है तो इन पाँचों को अपने पास रखना।
1.जीगर शेर का रखना।
2.दिमाग लोमड़ी का रखना
3.आँखे गिद्ध का रखना
4.जुबान कोयल का रखना।
5.उसे हमेशा याद रखना जिसने तुम्हें चीट किया।
- जीगर शेर का रखना:- कहने का मतलब है कि इस संसार में जब तक आप ज़िंदा हो तब तक जीवन में परीस्थितियों का उतार चढ़ाव होते रहता है। ऐसा कोई नहीं जो अपने लाईफ से सौ प्रतिशत सटिस्फाईड हो। यहाँ राम और कृष्ण जो लोग भगवान के अवतार थे उन्हे भी तकलिफों का सामना करना पड़ा है,कठिनाईयाँ सबके जीवन में आती हैं लेकिन जो कठिनाईयों को पीठ दिखाकर नहीं भागा वहीं शे’र का जिगर रखने वाला है, इस लिए डर को मन से निकाल कर हर परीस्थिति का सामना करो।
- दिमाग लोमड़ी का रखना:- यानी हमेशा चौकन्ना रहना और परीस्थितियों के अनुसार कठोर और विनम्र बनना।
जीवन में कब क्या हो जाए यह कोई नहीं जानता इसलिए हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए। किसी कारणवस अगर शत्रु के सामने भी झुकना पड़े तो एक समझदार इंसान तनिक भी संकोच नहीं करता। इसे भी देखे- youtube video
3.आँखे गिद्ध का रखना:- आँखे गिद्ध का रखने से मतलब है,सब पे ध्यान रखना। खास कर तब जब आप एक राजा होते हो या साधारण समाज में रह के भी अगर कोई असहज काम करने का संकल्प कर लेते हो तो। क्यूँकि ऐसे लोगों के समाज में शत्रुओं की कमी नहीं होती,कौन कब घात कर दे कोई पता नहीं रहता।
4.जुबान कोयल का रखना:- सारे फसाद का जड़ जुबान होती है,कब कैसे और कहाँ क्या बोलना हैं अगर इसे इंसान समझ ले तो जीवन की आधी उलझने समाप्त हो जाती हैं।
व्यक्ति को हमेशा मीठी वाणी बोलनी चाहिए क्यूँ कि संसार में कब किससे जरूरत पड़ जाए यह कोई नहीं जानता इस लिए सभी से प्रेम बना के रखना चाहिए।
5.उसे हमेशा याद रखना जिसने तुम्हें चीट किया:- उसे हमेशा याद रखना जिसने तुम्हें चीट किया,ऐसा नहीं कि हमेंशा बदला लेने के लिए ही किसी धोखा देने वाले को याद किया जाए बल्कि याद इस लिए रक्खो कि फिर कभी धोखा नहीं खाना पड़े। इसे भी देखे,चाणक्य नीति youtube video
उम्मीद है आप सभी को पोस्ट अच्छा लगा होगा। धन्यवाद🙏