मात्रिक बह्र क्या है?
दोस्तों हम पिछले ऐपिसोड ग़ज़ल लिखना सीखे भाग-11 से ही मात्रिक बह्र को समझ रहे हैं।
जैसा कि मैं आपको बता दूँ, इस बहर के बारे में विस्तार से दो तरह से समझा जा सकता है।
एक मात्रिक बह्र मानकर और दूसरा अरूज़ में ज़िहाफ़ लगाकर।
अब मात्रिक बह्र के अनुसार इस बह्र में 22 का दुहराव करते हुए कईं बनाए जा सकते हैं।
जैसे:- 22 22 22 22
22 22 22 22 2
22 22 22 22 22
22 22 22 22 22 2
इसमें लय के अनुसार किसी भी लघु मात्रा अर्थात 11 को दीर्घ मात्रा यानि 2 मान के लिख सकते हैं।
“एक बात आप को बता दूँ कि अगर आपने ग़ज़ल लिखना सीखे-11 नहीं पढ़ा हो तो पहले उसे पढ़ ले तभी यह समझ में आएगा।”
अब आईए इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं, जैसे:-
112 22=22 22
211 22= 22 22
ऊपर जो मात्राएँ दी गईं हैं उसमें यह बताने कि कोशिश की गईं है कि कुछ शब्द ऐसे भी होते हैं जो रहते तो हैं 12 12 के लय में लेकिन हम उसे 22 22 भी मान सकते हैं।
जैसै अगर हम लिखें यहाँ,वहाँ अब इसकी मात्रा 12 12 होगी लेकिन हम इसे 222 में ही लिखेंगे।
दोस्तों सारा खेल लय का हैं अपको पहले ही बताया जा चुका है कि ग़ज़ल में मात्राएँ बोलने के अनुसार हीं लिखी जाती है। ग़ज़ल हमेशा लयात्मकता पे अधारित होती हैं इसलिए ध्यान रहे कि इसका लय ना बिगड़ने पाए नहीं तो ग़ज़ल दोषपूर्ण हो जाएगी।
एक शे’र के द्वारा उदाहरण देखें👇
किसका क़िबला कैसा काबा कौन हरम है क्या एहराम,
कूचे के उसके बाशिंदों ने सबको यहीं से सलाम किया।
किसका /क़िब्ला/ कैसा/ काबा/ कौन ह/रम है/क्या एह/राम
22/22/22/22/211/22/22/21
कूचे के/ उसके/ बाशिं/दों ने/सबको य/हीं से स/लाम कि/या
211/22/22/22/211/211/211/2
अब आप अगर ग़ौर फरमाएँ तो आपको पता चलेगा कि सभी मिस्रों के अर्कान का पैटर्न तो अलग-अलग है लेकिन लय के अनुसार सब 30 मात्रिक हैं।
अब अरूज़ के अनुसार ज़िहाफ़ लगाकर समझते हैं।
अरूज़ के अनुसार ज़िहाफ़ लगाकर मात्रा क्रम
अरूज़ के अनुसार ज़िहाफ़ लगाकर मात्रा क्रम अर्कान देखें👇
क्रम अर्कान
1- फेलुन फेलुन फेलुन फेलुन
2- फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेल फ़ऊलुन
3- फ़ेलुन फ़ेल फ़ऊलुन फ़ेलुन
4- फ़ेलुन फ़ेल फ़ऊल फ़ऊलुन
5- फ़ेल फ़ऊलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
6- फ़ेल फ़ऊलुन फ़ेल फ़ऊलुन
7- फ़ेल फ़ऊल फ़ऊल फ़ऊलुन
8- फ़ेल फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ेलुन
हम आपको बता दे कि इसके अनुसार जो मिस्रा तैयार किया जाता है वो दो भाग में होता है।
लेकिन पहले इन्हीं आठ में से कोई अर्कान तथा फिर से इन आठ में से कोई एक अर्कान लेकर बह्र तैयार की जाती है।
अब इसके अनुसार तक़्तीअ करें तो हमें निम्नलिखित अर्कान प्राप्त होंगे-👇
उल्टी / हो ग / यीं सब तद / बीरें = कुछ न / दवा ने / काम / किया
22/21/122 / 22 = 21/122/21/12
नक़्शे के अनुसार –
(3) फ़ेलुन फेल फ़ऊलुन फ़ेलुन और
(6) फेल फ़ऊलुन फेल
फअल
देखा/इस बी/मारी-ए-/दिल ने आख़िर/काम/तमाम/किया
22/22/21/122 =22/21/121/12
नक़्शे के अनुसार –
(2) फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेल फ़ऊलुन और फ़अल
(4) फ़ेलुन फेल फ़ऊल
हम आपको बता दे अधिकतर पैटर्न इसी अनुसार समाहित तो हो जाते हैं यह पैटर्न मात्रिक बह्र को शत-प्रतिशत परिभाषित नहीं करता।
अभी भी कुछ पैटर्न छूट जाते हैं। ज्यादातर शाइर या कवि इसी को पूर्णरूप मान लेते हैं जो की उचित नहीं, कुछ बातें और हैं जो हम आपको आगे समझाएंगे।
आज इतना ही मिलते हैं फिर अगले भाग में शुक्रिया धन्यवाद,जय हिंद।🇮🇳👍