सवैया

 

नाम सुनाम  करें  जग  में  शिव|
प्रीत   सुधा   हिय  में  नटनागर||

मोहकता      मकरंद    मनोहर |
ध्यान   धरे  मन  प्रेम  सुधाकर ||

जीत   अथाह    सरोवर   सुन्दर,|
धीरज  धार    चले   करुणाकर||

मोह नहीं  पल  जीवन  का  सब|
पी विष सौप दिया अमि गागर ||

(किरीट सवैया
वर्णिक छन्द -8 भगण(211 +8)24वर्ण
शब्द -मकरन्द)

             ©️ डाॅ•निशा पारीक

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