शब्द-शरद आगमन-दोहा

शरद आगमन की घड़ी, शीतल मन्द बयार।
धूप  गुनगुनी  नेह  सी, मादक  गंध  बहार।।

छाँव लगे  ये  ठिठुरती,  धूप  दुपहरी  भाए।
मन पंछी आनन्द  में, शरद  आगमन  पाए।

           ~ डाॅ•निशा पारीक

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