ऐसे कदम बढ़ाओगे तो क्या पाओगे?
हिम्मत हार जाओगे तो क्या पाओगे?
सब मिलना आसान है,
जीवन भले संग्राम है।
यह तेरी लड़ाई है तू लड़,
रण में उतर आगे तो बढ़!
लड़ने से क़तराओगे तो क्या पाओगे?
हिम्मत हार जाओगे तो क्या पाओगे?
जाना तुमको जरूर है,
मंज़िल भले ही दूर है।
रास्ता पथिक चुकना नहीं।
झुकना नहीं रुकना नहीं।
पथ में रूक जाओगे तो क्या पाओगे?
हिम्मत हार जाओगे तो क्या पाओगे?
दु:ख में सवेरा नहीं
कोई भी तेरा नहीं
हर मुश्किल से जो जूझेगा,
संसार उसी को पूजेगा।
सबको गले लगाओगे तो क्या पाओगे?
हिम्मत हार जाओगे तो क्या पाओगे?
ऐसे कदम बढ़ाओगे तो क्या पाओगे?
हिम्मत हार जाओगे तो क्या पाओगे?
©️संदीप कुमार तिवारी